कहते हैं कि प्यार किसी दिन का मोहताज नहीं 

किसी लफ्ज़ , किसी शायरी की परवाह यहाँ नहीं 

दूरियाँ और नजदीकियां जहाँ कोई मायने  रखती नहीं 

बस साँसों के साथ-साथ कोई आता जाता है

किसी के दिए मान और अपमान से परे 

जहाँ किसी के दिए ज़ख्मों पर भी मुस्कुराना आ जाए 

किसी की एक आवाज़ भी जहाँ सुकून से भर दे 

किसी के दिए गए घाव भी जब असर न करे 

किसी एक की आहट जब हर तरफ़ से आए 

कुछ तो बात होगी उस इंसान मे 

और, उस इश्क़ करने वाले में भी 

जो अपना सबकुछ हार जाना चाहता हो 

सिर्फ एक को जीतने के लिए 

इतना प्यार होते हुए भी 

उसके बिना जीने के लिए खुद को तैयार करना 

सचमुच, साँस रोकने जैसा है 

अपने उस चाहत से जब नजरअंदाज कर दिए जाओ 

तो उसे भुलाना नहीं, उसे छोड़ना भी नहीं 

बस खुद को उससे दूर कर लेना 

यह आसान नहीं बहुत मुश्किल है 

पर, यही करना ही सही है 

गिड़गिड़ाते हुए उसके कदमों में झुकना 

क़बूल न करना 

रो लेना जी भरकर ,

उसकी हर एक बात 

उसका हर तिरस्कार 

तुम्हारी दिल को चीरता रहेगा 

शूल की तरह चुभ -चुभ कर 

सीने छलनी करती रहेगी 

उसकी किसी और से मुलाकात 


तुमसे बहाने बनाना और तुम्हें दूर करना 

उसकी हरकतों को नजरंदाज करना 

ये सब तुम्हें घोर पीड़ा से भर देंगे 

तड़पना क्या होता है?

 किसी से पूछने की जरूरत न पड़ेगीl 

अपनी एक दुनिया बनाना 

Love ..Hindi Poem 

उसके साथ की हर मीठी याद को

 टांगना अपने आस-पास 

अपनी जिंदगी संवारते रहना 

यह कहने की बातें हैं कि,

 समय हर घाव भर देता है 

कुछ खाली जगहें कभी नहीं भरती 

उस खाली जगह में कोई फिट नहीं बैठता 

ये प्यार का साँचा है,दुबारा नहीं ढलता

उससे नफरत करना तुम्हारे वश में नहीं होगा 

उसे भूलना भी वश से बाहर होगा

उसे भूलने की कोशिश करते रहना 

पर,अपने प्यार को अपमान से न भरना 

वो खुद से बात करे तो कर लेना 

वो कभी पूछे हाल तो मुस्करा लेना 

मिल भी लेना,

पर,दिल खोलकर न रखना कभी भी उसके आगे 

कोई हाथ थामे तो उसे समझना 

न समझ आए तो यह समझ जाना 

कोई एक ही है तुम्हारे लिए 

बस यही सोचकर रुक जाना आगे बढ़ने से 

 कि, वो काबिल नहीं तुम्हारे प्यार के 

 पर,अपने प्यार को मरने मत देना 

बुझने मत देना उस उम्मीद के दिए को 

हर दिन तेल बत्ती से सजाते रहना दिए को 

ये उम्मीद के उजाले उसे जरूर खींच लेंगे एक दिन 

क्योंकि,प्रेम जब आत्मा से जुड़ा हो कभी नहीं कम होता 

वो वापस न आया तो भी तुम उसकी ओर न मुड़ना 

क्योंकि आत्मसम्मान जरूरी है तुम्हारे जीने के लिए 

खैराती प्यार,तुम्हारे प्यार को प्यार नहीं रहने देगा 

धीरे-धीरे तुम्हें  घृणा से भरने लगेगा 

क्योंकि प्रेम को न समझने वाले लोग 

प्रेम के मोल को क्या समझेंगे 

संसार में कोई दो लोग आपस में बराबर प्यार कभी नहीं करते 

एक का प्यार दूसरे से ज्यादा ही होता है 

प्रेम का सफ़र बहुत ही खूबसूरत है

प्रेम में जीना , प्रेम को पाने से भी सुन्दर है

अपने आपको प्रेमी बनाना जरूरी है 

प्रेम परमात्मा की मुस्कान है 

उस मुस्कान को समझना जरूरी है 

प्रेम अपनी आँखें खोलकर कभी नहीं देखता 

तभी तो कहते हैं प्रेम अंधा होता है 

प्रेम तो प्रेम होता है 

    Love Hindi Poem 

                           Dr. SANGITA 

                           LUCKNOW 

                             INDIA 








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